Saturday, November 18, 2023

ये कितना बुरा है कि

ये कितना बुरा है कि
तुम्हे देखने के बेहिसाब बहाने हैं
छूने का एक भी नही

आज मेरे शहर में बारिश है
मैं भींग रही हूँ
तुम्हारे शहर भी हो तो
तुम भी भींगना

आसमान,
हमारे स्पर्श का साक्षी होगा।

~ राखी सिंह